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फेंगशुई History



Feng shui or fengshui (traditional Chinese風水simplified Chinese风水pronounced [fə́ŋ.ʂwèi] (About this soundlisten)), also known as Chinese geomancy, is a pseudoscience originating from China, which claims to use energy forces to harmonize individuals with their surrounding environment.[1] The term feng shui literally translates as "wind-water" in English. This is a cultural shorthand taken from the passage of the now-lost Book of Burial recorded in Guo Pu's commentary:[2] Feng shui is one of the Five Arts of Chinese Metaphysics, classified as physiognomy (observation of appearances through formulas and calculations). The feng shui practice discusses architecture in terms of "invisible forces" that bind the universe, earth, and humanity together, known as qi.
Historically, feng shui was widely used to orient buildings—often spiritually significant structures such as tombs, but also dwellings and other structures—in an auspicious manner. Depending on the particular style of feng shui being used, an auspicious site could be determined by reference to local features such as bodies of water, or stars or the compass.

फेंगशुई History

फेंगशुई History
फेंगशुई History
फेंगशुई जीवन जीने का एक मार्ग है जिसके माध्यम से व्यक्ति ब्रह्मांड की सकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करता है थैंक्स वीक 15 इंची निकाला है आज खींची विश्व भर में चर्चा का विषय बना है 


सदियों पूर्वक ऋषि-मुनियों ने मानव समाज की भलाई के लिए चुंबकीय प्रभाव को वायु तथा सूर्य की ऊर्जा को ध्यान में रखकर वास्तु शास्त्र की रचना की थी के सिद्धांत और नियम जनसाधारण जीवन में उपयोगी बंद कर उन्हें जीवन को प्रगतिशील समृद्धि और शांति में बनाते हैं 



वस्तुत खंड में हुई के नियमों और सिद्धांतों की संक्षिप्त और रोमांचकारी जानकारी देने के साथ ही मनुष्य के सामान्य जीवन और वैज्ञानिक विश्लेषण किया भी जाता है कहीं चीनी विद्वान ओके आत्मिक जीवन जीने की एक कला है वास्तु शास्त्र थैंक्स वीवो पिरामिड तीनों की किसी भवन या भूमि के आकार प्रकार अनुपात दिशा ऊर्जा एवं वातावरण में पर्यावरण में के साथ अनुकूलता के साथ भारत चीनी और मिस्र की प्राचीन कला संस्कृति में शामिल है
सुख समृद्धि कारी फुक लुक व साहू यह तीन चीनी देवता है जिसके घर में रहने से सुख शांति और सौभाग्य का आगमन होता है सुख समृद्धि के देवता है और श्रेष्ठ दिनों में कद में लंबे भी इसलिए उन्हें बीच में रखा गया है इन के बजाय गंजे सिर वाले दीर्घायु के देवता साहू है और दीर्घ और उच्च श्रेणी की प्रभुत्व के देवता लुक है इन तीनों के साथ ही रखना चाहिए 


बुद्ध की हस्ती मूर्ति हंसती हुई भगवान बुद्ध की मूर्ति को धन संपदा का वहां माना जाता है इसे मुख्य प्रवेश द्वार के सामने ढाई 2:45 फीट की ऊंचाई पर रखें ताकि यह घर पर प्रविष्ट होने वाली ऊर्जा का अभिनंदन कर उसे शुभ स्वरूपा धान का रेट इसे साइड टेबल या कार्नर टेबल पर भी रख सकते हैं परंतु इसकी दिशा मुख्य द्वार की ओर होनी चाहिए यह बच्चों के लिए विशेष शुभ है 

प्रेम का प्रतीक मेरिडियन हंस फेंगशुई में मेरिडियन हंसों का जोड़ा प्रेम कथा रोमांस का प्रतीक है यह युवाओं के प्रश्न प्रेम का प्रतीक है इसलिए चीन में किसी पेंटिंग या मूर्ति आदि में वक्त या हंस को अकेला नहीं दिखाया जाता विवाह विवाह के इच्छुक अविवाहित अपने सोने के कमरे में मेरे लिए संतों का प्रतीक का जोड़ा रखें नवविवाहिता के बेडरूम में इसे होना चाहिए 


सौभाग्यशाली तीन सिक्के सुख समृद्धि और सौभाग्य की वृद्धि के लिए पुराने चीनी सिक्के बहुत ही प्रभावशाली माने जाते हैं धन का प्रभाव निरंतर बना रहे इसके लिए 3 पुराने चीनी सिक्योर को पतले लाल रिबन में बांधकर कैश बॉक्स या तिजोरी में रखें चिक साम्राज्य के काल के सिक्के बेहद भाग्यशाली माने जाते हैं सिक्के कैसे भी हो लेकिन उनका प्रयोग में लाने से पहले समुद्र के खारे पानी से धो लेना चाहिए.



फेंग शुई बेल्स घंटिया सौभाग्य लाने की सूचक है यह अच्छी चीजों को अपनी तरफ आकर्षित करती है आभूषण ड्रेस मैटेरियल की दुकानों तथा जनरल स्टोर पर इन्हें लटकाना विशेष लाभकारी माना जाता है इनको दरवाजे को सबसे ऊपरी हिस्सों पर भी टांग सकते हैं 


सौभाग्य सिक्का फेंगशुई में सिक्कों को द्वारा सौभाग्य को आमंत्रित किया जाता है पुरानी चीनी सिक्कों को के बीच में जो चकोर को छिद्र होता है और यही सिक्के को गुड लक कॉइंस सी भी कहते हैं परस्पर स्नेह का पीला फूल पीला व क्रीम रंग का पूछी तत्वों के प्रतीक है एवं दक्षिण पश्चिम को प्रगट और उसने युपूर्ण संबंधों के क्षेत्र में कहा गया है अंततः पीले रंग को फुल का क्रीम कलर के गुलदान में डालकर घर के दक्षिण पश्चिम कोने में रख रखने से पहला शांति हो जाती है 


जगमग रोशनी सौभाग्य जगाए पृथ्वी तत्व का विकास करने से सौभाग्य निश्चित ही बढ़ता है और इसके लिए दक्षिण पश्चिम कोने को रोशनी में रखना जरूरी है कमरे के भीतर दक्षिण पश्चिम कोने में राम जला कर उसे ऊर्जा संपन्न किया जा सकता है प्लान की रोशनी लाल या पीले रंग की होनी चाहिए



प्रकाश की प्रतीक मोमबत्तियां मोमबत्तियां को फेंगशुई प्रकाश और अग्नि का प्रतीक माना जाता है धार्मिक कार्यों में मेन बत्ती को प्रयोग को शुभ माना जाता है वे दिया पूजा स्थल पर जल्दी मेणबत्ती आध्यात्मिक प्रकाश और ईश्वर से सूत्र जोड़ने का प्रतीक है 


लंबी आयु के लिए बास फेंगशुई में बास सौभाग्यशाली दीर्घायु एवं उत्तम स्वास्थ्य का प्रतीक है अपने घर या ऑफिस में ऐसे चित्र लगाइए जिसमें बांस की उपस्थिति हो इसमें शुभ ऊर्जा का प्रवेश होता है जो पूरी उर्जा को भगा देती है इस ऋतिक को और अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए इस पर लाल रीबन बांध दीजिए 


शक्तिशाली ड्रैगन बौद्ध धर्म के अनुयाई ड्राई गन को एक अत्यंत शक्तिशाली शिवरक्षक मांगते हैं ड्रैगन को पूर्व दिशा में रखना चाहिए मिट्टी क्रिस्टल या लकड़ी का बना ड्रैगन ऑफिस में टेबल या केबिनेट के ऊपर रखा जा सकता है हरे रंग का ड्रैगन यदि बगीचे या लोन में रख दिया जाए तो 12 महीने हरियाली छाई रहती है 


हाईटेंशन इलेक्ट्रिक पावर घर के सामने उच्च शक्ति की इलेक्ट्रॉनिक पावर होने पर निवास करने वालों को बीमारी से गिरे लेती है और घर में आज गणित की छोटी-मोटी दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है इस दोष के निवारण आज घर के मुख्य दरवाजे के ऊपर अष्टकोण ई दर्पण लगा दे यह दर्पण टावर नुमा संदेशे आने वाली नकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण कर कर उसे घर में प्रवेश करने से रोकता है



सुबह संख्याएं 167819 को पिंजरे में शुभ माना जाता है 8 की संख्या फेंगशुई में सर्वाधिक लोकप्रिय है क्योंकि यह संपन्नता का प्रतीक है पृथ्वी व स्वर्ग की संपूर्णता के लिए 9 की संख्या को 20 घंटे में जान कर भी वो मानते हैं 1 6 और 8 की संख्या वर्तमान काली है प्रतिनिधित्व होने के कारण शुभ है 


अगर आपका घर का नंबर या ऑफिस का नंबर 9 है तो वह इसे हाईलाइट करके रखें सूर्य देव बुद्धू के सूर्य देव के बारे में माना जाता है कि यह दुनिया भर के दुनिया की करुणा पुकार सुनते हैं इनका निवास स्थल सत्य के घर में सूर्य में है इसकी पेनिसिलिन की बनी प्रतिमा पानी में रखें जिसके पैरों तले ड्रैगन हो अध्यात्मिक ज्ञान योग सत्र के बाद यह पानी वहां मौजूद लोगों पर छिड़कने से ऊर्जा की प्राप्ति होती है 


ऊर्जा का प्रतीक पावन घंटियां फेंगशुई में शुभ ऊर्जा को आकृष्ट करने का सबसे सरल तथा प्रभावी माध्यम है पवन घंटी आ जाओ घर की शोभा भी बढ़ाती है इनकी मधुर स्वर लहरी रहने वाले को प्रशांत प्रसन्नता का आभास करती है यह घटिया ऊर्जा का प्रवाह को सुचारू वह नियंत्रित करती है साथ ही किसी के घर में आने की सूचना भी देती है एक सीधी में बने दरवाजे तथा खिड़कियों के बीच कौन घंटिया लगाकर जी के प्रभाव और पूजा के नियंत्रित किया जा सकता है

Feng Shui History

Feng Shui Jeevan jeene ka ek Marg hai jiske madhyam se vyakti Brahmand ki sakaratmak urja ko apni aur akarshit karta hai.



Sudoku Rishi Muni ne Manav samaj ki bhalai ke liye chumbak Kiya prabhav ko Vayu tatha Surya ki urja ko Dhyan mein rakh kar vastu Shastra ki Rachna ki thi aur niyam jansadharan Jeevan ke Jeevan mein upyogi Ban Kar unke Jeevan ko pragatisheel Samajwadi serwa Shanti mein banate hain prakhand mein Feng Shui ke niyam aur Siddhant ki sankshipt jankari de hai Shaadi manushya ke saman ye Jeevan rahan sahan ever Disha vakani ka vaigyanik vishleshan bhi kiya Gaya hai.

Feng Shui Chin vidwano ke adhyatmik Jeevan jeene ki ek Kala hai vastu Shastra Feng Shui pyramid teeno ki kisi bhavaniya Bhoomi ke akar prakar anupat vrsha urja a vatavaran mein paryavaran ke sath anukunta ke sath Bharat Chin Mishra ki pracheen Kala Sanskriti mein Shamil hai.

Feng Shui Chin vidwano ke adhyatmik Jeevan jeene ki ek Kala hai vastu Shastra Feng Shui pyramid teeno ki kisi bhavaniya Bhoomi ke akar prakar anupat vrsha urja a vatavaran mein paryavaran ke sath anukunta ke sath Bharat Chin Mishra ki pracheen Kala Sanskriti mein Shamil hai.

Sukh samridhi Funk Lunk Sahu 

Ye tin chini Devta hai jiske Ghar mein rehne se sukh samridhi hua so Bhagya ka aagman hota hai Samruddhi ko deta hai aur Vishesh donon se Kamar lambe bhi hai isiliye in a bich mein rakha gaya hai inke bhai ganje sirf wale ke Devta Sahu hai aur Dadi aur kuch Srinivas Prabhu ke Devta look hai in teeno ko ek sath rakhna chahiye.



Buddha ki Hasti Hui Murti


Hasti Hui Bhagwan Buddha ki Murti Ko dhansampada ka vahan Mana jata hai ise mukhya Pravesh dwar ke samne dipole 3 feet ki unchai par rakhe Taki ya ghar mein Pravesh hone wali urja ka Abhinandan kar use Shubh Swarup Pradhan Kare ise side table ya corner table par bhi rakh sakte hain to parantu iski Disha mukhya dwar ki aur honi chahiye ye bacchon ke liye vishesh shubhakari hai.


Prem ka Pratik meridian hans


Feng Shui main main radial hansu ka Jodha Prem tatha romance ka Pratik hai ya yuvaon ke prashn Prem ka Pratik hai isiliye China me ya kisi painting yeah Murti ityadi mein hans ko Akela nahi dikhaya jata Vivah ke ichuk avivahit apne sone ke kamre mein mere Meridian Hans ka Pratik ka joda rakh sakte hain navit ke bedroom mein ise hona chahiye.


bhagyashali 3 coin


Sukh Samruddhi v sowbhagya ki vridhi ke liye purane chini sikke bahut hi prabhavshali Mane jate Hain dhan ka prabhav nirantar bana rahe iske liye 3 purane chini sikho Patale Lal re ribbon mein band kar cash box ki Tijori mein rakhe Ching samrajya ke Jeevan Kaal ke sikke bahut bhagyashali Mane jate Hain sikke kaise bhi ho lekin inka prayog mein aane se pahle Samudra ke Khare Pani se dho Lena chahiye.

Feng Shui bells

Feng Shui ghantiya sobhagya aane ki suchak hai ya acchi cheezo ko apni taraf akarshit karti hai aur Bhushan dress material ki dukano tatha general store par in latkana Vishesh labhkari hai inko darwaje ko sabse upari hisse tanga ja sakta hai.

Saubhagya Sikka

Feng Shui main sikho dwara sowbhagya Ko aamantrit Kiya jata hai purane chini sikho ke bich mein chor shidra hota hai aur yahi sikke good luck coin late Hain.

Sneha ka pila phool

pilla cream rang Prithvi tatva k Pratik hai av dakshin paschim Ko pragad snehapoorvam sambandh ka Kshetra kaha Gaya hai at Peele rang ke phool cream colour ke Gulshan mein dalkar ghar ke dakshin paschim Kone mein rakhne se Kala shant ho jata hai.

Jagmag Roshni soubhagya jagaye

Prithvi tatva ka Vikas karne se saubhagya nischit badhta hai aur iss ke liye dakshin paschim Kaun ko Roshan rakhna jaruri hai kamre ke bhitar dakshin paschim Kaun main lamp lag ja Le Kar use urja sampan Kiya ja sakta hai ki Roshni laliya Peele rang ki honi chahiye.

Prakash ki Pratik mombatti

Mombatti ko Feng Shui Prakash aur Agni ka Pratik Hoti hai dharmik karyon mein mombatti ke prayog ko Shubh Mana jata hai vadia Puja Sthal par jalti mombatti aadhyatmik Prakash aur Ishwar se sutra jodne ka Pratik hai.

Lambi aayu ke liye bans

Feng Shui mebaz so bhagyashali dirghayu Uttam swasthya ka Pratik hai apne ghar ja office mein aise Chitra lagaiye jisme hua uski up sthiti Ho is se Shubh urja ka Pravesh hota hai jo buri urja ko bhaga deti hai is Pratik ko aur adhik saktisali banane ke liye is par Lal re vande de.

Shaktishali dragon

Buddhadharma ke anyayai dragon ko ek atyant shaktishali saurakshan mante Hain dragon ko purv Disha mein rakhna chahiye mitti crysta ya lakdi ka Bana dragon office mein table par cabinet ke upar rakha ja sakta hai hare rang ka dragon yadi bagiche mein rakh diya jaye to 12 mahine hariyali chai rehti hai.
फेंगशुई History फेंगशुई History Reviewed by Daily Wisdom on April 04, 2019 Rating: 5
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